फैक्ट चेक: बंगाल में भगवा झंडे के साथ निकाली गई रैली में बरसाए गए पत्थर? जानिए वायरल वीडियो का सच

  • रैली में पत्थरबाजी का वीडियो वायरल
  • दावा - 'बंगाल की हालिया घटना'
  • जानिए वायरल पोस्ट की सच्चाई

Ritu Singh
Update: 2024-05-02 12:38 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में जारी लोकसभा चुनाव के बीच सोशल मीडिया पर पॉलिटिकल पोस्ट्स की बाढ़ आ गई है। हर दिन चुनावी रैलियों, नेताओं और प्रत्याशियों से जुड़ा कोई न कोई पोस्ट्स वायरल होते रहते हैं। इन दिनों तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर चुनावी रैली का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि भगवा झंडा थामे कुछ लोग रैली कर रहे हैं। इस बीच उन पर खूब पत्थर बरसाए जा रहे हैं। इस वीडियो को शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह घटना पश्चिम बंगाल की है। यूजर्स वीडियो को मौजूदा लोकसभा चुनाव से जोड़कर वायरल कर रहे हैं।

दावा - धरमेंद्र ओझा नाम के फेसबुक यूजर ने 1 मई को अपने अकाउंट से वायरल वीडियो शेयर किया। वीडियो शेयर करते हुए यूजर ने लिखा, "भगवा झंडे के साथ आप बंगाल में रैली भी नहीं कर सकते है। देखिए कैसी गुंडागर्दी है बंगाल में। बंगाल ना हुआ बांग्लादेश हो गया हो जैसे।" अन्य यूजर्स भी इस वीडियो को समान या मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

Full View

पड़ताल - वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की सच्चाई जानने के लिए हमारी टीम ने पड़ताल शुरू की। हमारी टीम ने सबसे पहले वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल के जरिए जानकारी जुटाने की कोशिश की। इस दौरान हमें टाइम्स नाउ के यूट्यूब चैनल पर यह वीडियो 13 अप्रैल 2023 को अपलोड किया हुआ मिला। वीडियो डिस्क्रीप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, "12 अप्रैल को ओडिशा के संबलपुर जिले में हनुमान जयंती रैली के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी। झड़प में कम से कम 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए और कई वाहनों को आग लगा दी गई और क्षतिग्रस्त कर दिया गया।"

संबंधित कीवर्ड्स से जरिए ओपन गूगल सर्च करने पर हमें दैनिक जारण न्यूज वेबसाइट पर इससे संबंधित एक रिपोर्ट 13 अप्रैल 2023 को अपलोड की हुई मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, "हनुमान जयंती को लेकर निकाली गई बाइक रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद संबलपुर में तनावपूर्ण स्थिति है। शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 30 प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया है।"

जांच में हमने पाया कि करीब 1 साल पहले उड़ीसा के वीडियो को पश्चिम बंगाल का हालिया वीडियो बता कर वायरल किया जा रहा है। हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ।

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